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आलस दूर करने के 5 steps | how to overcome from lazinesss

 

क्या आप भी आलसी हें ? और क्या आपका भी कोई काम समय पर पूरा नहीं होता ?

तो इसके लिए बहुत साडी वजह हो सकती हें | लेकिन उन साडी वजहों मेसे ही एक हे हमारे दिमाग में ज्यादा डाटा होना | वैसे तो हमारे दिमाग का subconscious mind बादही पावरफुल होता हे और बहुत सारा डाटा अपने अन्दर समां सकता हे | ये बहुत अछि बात हे वो इसका फायदा हे और इसी बात का नुकसान ये हे की ये डाटा डिलीट नहीं हो पाता | जितना ज्यादा डाटा होगा उतना स्ट्रेस लेवल जयादा होगा |

 




          एक कंप्यूटर होता हे जिसमे हम डाटा भरे ही जाते हे... भरे ही जाते हे और फिर एक वक्त में वो स्लो होता चला जाता हें | वो बहुत स्लो हो जाता हे और उसे फ़ास्ट करने के लिए हम फॉर्मेट करते हे | यानि डाटा डिलीट करते हें | हमारा mind भी कुछ कंप्यूटर या फिर मोबाइल फ़ोन की तरह कम करता हे | जो ज्यादा डाटा कंज्यूम करने से थक जाता हे और आलसीपन या कामचोरी को जन्म देता हें |

 

          इस पोस्ट में आप सीखेंगे की किस तरह से भरे हुए mind का डाटा आप खली कर सकते हे और आलसीपन से छुटकारा भी पा सकते हे | हम जिन सिस्टम की बात करने जा रहे हें उनका रेफ़रेंस book Getting Thing Done मेसे लिया गया हे | और इस book के author DavidAllen हें | अगर आप इस book को खरीदना चाहते हें तो आप निचे दी गई लिंक मेसे खरीद सकते हें |

 

Book Link :- https://amzn.to/323WGeJ

 


author कहेते हें की हमारा mind पानी की तरह शांत होना चाहिए | जब हम पानी में एक छोट्या या बड़ा पत्थर डालते हे तो उसमे छोटे ता फिर बड़े गोल गोल रिपल्स पड़ते हे और फिर पानी वापस से शांत हो जाता हें | तभी एसा mind हमारा भी होना चाहिए जो स्ट्रेस फ्री हो नाकि एक भरे हुए कंप्यूटर की तरह जो थका मारा हे और कामचोर भी हे जो कभीभी क्रेश हो सकता हें |

 

author ने एक सिस्टम का बयां book में किया हें | सिस्टम का नाम GTD मतलब getting things done | जिसका यूज़ आलस या स्ट्रेस फ्री होने के लिए किया जाता हें | इसमें टोटल 5 staps हें |

 

1) CAPTURE



         आपको दिन बहुत सारे आइडियाज आयते हें | वो छोटे या बड़े आईडिया हो सकते हे | जो भी हो | उन्हें एक लिस्ट बनाकर लिख दो | लिस्ट मतलब वो mind वाली नहीं जिसे आप याद रखोगे और फिर 2-3 गन्तो में भूल भी जाओगे | एक external memory में लिखा करो | यानि कोई कागज़ या फिर कंप्यूटर या फ़ोन में भी लिख सकते हो | लेकिन ध्यान में रखो की idea तुरंत ही लिखा करो wait मत करो | इस memory को एक नाम भी देदो; जेसे inbox या inbucket या फिर कुछ और नाम |

 


          इस लिस्ट सारे आईडिया लिख दो  house के या office के इससे कोई फर्क नहीं पड़ता बस तुरंत ही लिख दो जेसे मेने अभी बताया | ये मत सोचो की इडा अछे हे या फिर बुरे बस लिख दो | अछे या बुरे आईडिया या काम को अलग करना धीरे धीरे next staps में सिख जाओगे |

 

2) PROCESS (CLARIFY)

          बहोत लोग लिस्ट तो बना देते हें लेकिन अगर लिस्ट बने ने के बाद उसे clarify न किया जाए तो उसका लिस्ट बनाने का भी कोई मतलब नहीं हे | तो हमें लिस्ते को clarify करना पड़ेगा | इसके लिए एक फ्लो डायग्राम का पालन करते हें |




ऊपर दीए गए photo को ध्यान से देखिए; उसमें मेनें  उसे diagram का नाम दिया हें | जरा इसे समजने की कोशिस करते हें |

सबसे पहेले inbox में देखो कुछ हे और क्या हे | idea करने के लायक हे या नहीं |

अगर करने के लायक काम नहीं हे यानि की वो actionable नहीं  हे तो या फिर उसे trash या फिर someday/maybe याफिर reference के लिए छोड़ दो अभ वो क्या हे वो में आपको आगे के stap में समजाता हूँ |

लेकिन अगर वो आईडिया या काम करने लायक हे तो देखो की वो 2 minit में हो सकता हे या नहीं मतलब वो तभी के तभी जल्दी हो सकता हे या नहीं | अगर हाँ तो तुरंत उसे कर दो | उससे आपको टेंशन नहीं मिलेगा बल्कि काम हो जाएगा | आलस भी कम होती रहेगी |

अगर लिस्ट वाला काम 2 minit में नहीं हो सकता तो delegate it या फिर defer it वाली लिस्ट में दल दो | अब वो कोंसी लिस्ट में डालना और ये लिस्ट्स का मतलब क्या हे वो में आगे वाले stap में समजा देता हूँ |

 

आगे का stap बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण हें | तो आप पहेले इस पोस्ट को जल्दी से share कर दो ताकि आपके अलसी दोस्त भी इसका फायदा उठा पाए |

 

3) ORGANIZE

         हमने सभ कुछ क्लियर कर दिया | क्लियर होने के बाद हम हर काम को organize करेंगे | यानि की अब actionable चीजो को और non-actionable चीजो को समजने की बरी आ जाती हें |

 

>>>> actionable नहीं हें........ उन्हें organize करेंगे |

 

>> Trash :-

          diagram के हिसाब से हमने देखा था की हमें कुछ चीजें trash में डालनी थी | अगर आपके idea important नहीं हे तो हम उसे दिमाग से निकल देंगे | मतलब कोशिश करेंगे की उस वाली idea या काम को हम भूल जाए या फिर उसपर ज्यादा ध्यान भी नहीं देंगे | ये कोई लिस्ट नहीं हें |

 

>> Someday/Maybe list :-

          अगर कोई काम एसा हे जिसे करने के लिए आपके पास time नहीं हे या future में करना हे तो एक लिस्ट बनाओ और उसे नाम दे दो someday list और उसे इस वाली लिस्ट में डाल दो |

 

>> Reference list :-

          अगर inbox वाली थिंग कोई idea या इनफार्मेशन हे जिसकी आपको future में जरुरत हे तो आप इसे एक अलग लिस्ट या फोल्डर में डाल दो |

 

>>>> actionable हे...... उन्हें organize करेंगे |

 

>> Project list :-

          इस लिस्ट में इसे कम रखो जिसे करने में 2 या 2 से ज्यादा steps लगें |

example :-

ये पोस्ट लिखने का काम में प्रोजेक्ट लिस्ट में डालूँगा क्योंकि इन्हें बनाने केलिए मुझे book summary को ढूँढना पड़ेगा फिर पोस्ट लिखनी पड़ेगी उसके बाद मुझे इमेजेज वगेरा डालनी पड़ेगी और लास्त्मे मुजे अपलोड करना पड़ेगा |

 

>> Delegate it :-

          कुछ काम एसे भी होते हे जिसे आप दूसरों से भी करवा सकते हें | तो उसे delegate it वाली लिस्ट में डाल दो |

 

>> Defer it :-

          कुछ काम कोई specific दिन पर करने होते हे जेसे monday को मुझे college में assignment जमा करवानी हे | तो इसे कम में कैलंडर में डाल दूंगा |

 

 या फिर कुछ काम इसे भी होते हें जिसे आपने जल्द से जल्द करने होते हे; उन्हें आप next action list में डाल दो |

इस लिस्ट में वो एक action भी आएगा जो प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने में हेल्प करेगा | इस तरह से आप पुर inbox को खाली कर दो |

 

4) REVIEW

          3 स्टेप लोग कर तो लेंगे पर उन सारी चीजों को थोड़े दिन के बाद भूल भी जाएँगे |





author के हिसाब से आपने अपने काम को चैक करना चाहिए की हम जो ट्रिक्स अपना रहे हे वो सही तरीके से काम कर रही हे या नहीं | उसका एक रिजल्ट भी नकलों की कितना काम हम सही तरह से कर रहे हें | इसे ही हम रिव्यु कहेंगे | औटर खेते हें की हमें रिव्यु हर हप्ते करना चाहिए लेकिन आप इसे महीने में एक बार भी कर सकते हें | वर्ना सब कुछ भूल जाएँगे जो बिलकुल भी सही नहीं हें |

 

5) ENGAGE

         ये वाला main stap हे | जिसमे होता हे ये की काम को atchual में करेंगे और इसे ख़तम भी करेंगे |

स्टार्टिंग के 4 staps आपके mind को रिलीस कर देंगे और आप बादमें पूरी प्रोडक्टिविटी से साम को ख़तम भी कर पाएँगे | सीधे सीधे कहें तो ये staps आपकी आलास को ख़तम करने में आपकी पूरी मदद करेंगे |

 

याद रखना पहेले Calender वाले काम ख़तम करना और बाद में next action वाले कामोको ख़तम करना |

 

Author चाहते हें की हम इन steps को try करें और इसे follow करने का try भी करें जिससे हमारी प्रोडक्टिविटी बढ़ेगी और आलस भी कम होती जाएगी |


दोस्तों अगर आपको हमारी पोस्ट पसंद आयी हो तो निचे comment करे और पोस्ट को share भी करदे |

इस book का रेफ़रेंस मेने YouTube की चैनल SEEKEN मेसे लिया हें |

Video Link :- http://raboninco.com/1zehU


Written by

Shubham Khatri

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